MP Board Class 8th General Hindi Model Question Paper
प्रश्न 1.
सही जोड़ी बनाइए
(अ) सूरज हमें रोशनी देता – 1. पर अति ही उज्ज्वल हैं मन से
(ब) अपने घर का रोजमर्रा – 2. योग, ध्यान, प्राणायाम का सामान
(स) यद्यपि वे काले हैं तन से – 3. तारे शीतलता बरसाते।
(द) मानसिक शांति के लिए किए गए प्रयास – 4. कपड़े के झोले में रखकर लाया कीजिए।
उत्तर-
(अ) 3
(ब) 4
(स) 1
(द) 2
प्रश्न 2.
दिए गए विकल्पों से रिक्त स्थान की पूर्ति कीजिए
(क) ……………………………….. चरित्र का सद्गुण है। (विनम्रता/कुटिलता)
(ख) पुलिस की मुख्य जिम्मेदारी ……………………………….. है। (जनता को सताना/नागरिकों की सुरक्षा करना)
(ग) अमीर खुसरो पर ……………………………….. संस्कारों का प्रभाव था। (विदेशी/भारतीय)
(घ) साँची ……………………………….. जिले में स्थित है। (रायसेन/विदिशा)
(ङ) चतर चित रहिमन लगी ……………………………….. चूक की हूक। (समय/काल)
उत्तर-
(क) विनम्रता,
(ख) नागरिकों की सुरक्षा करना,
(ग) भारतीय,
(घ) रायसेन,
(ङ) समय।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं पाँच प्रश्नों के उत्तर अति लघु स्वरूप में लिखिए-
(क) कवि ने ‘कुमार’ संबोधन किसके लिए किया है?
(ख) गाँव की गली के मोड़ पर कौन बाट जोह रहा है?
(ग) जेलर किस स्वभाव का व्यक्ति था?
(घ) सरदार पटेल ने गृहमंत्री के रूप में कौन-सा महत्त्वपूर्ण कार्य किया?
(ङ) हीरा किले से वापस कब लौट आती थी?
(च) गाँवों में अतिथि सत्कार किस प्रकार होता है?
उत्तर-
(क) कवि ने ‘कुमार’ संबोधन भारतीय बच्चों के लिए किया है।
(ख) गाँव की गली के मोड़ पर बूढ़ा नीम बाट जोह रहा है।
(ग) जेलर उदार स्वभाव का व्यक्ति था।
(घ) सरदार पटेल ने गृहंमत्री के रूप में देशी रियासतों का एकीकरण नामक महत्त्वपूर्ण कार्य किया।
(ङ) हीरा किले से वापस रात होने से पहले लौट आती थी।
(च) गाँवों में अतिथि-सत्कार अपने किसी संबंधी की तरह होता था।
प्रश्न 4.
निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही पाँच प्रश्नों के उत्तर लघु स्वरूप में लिखिए-
(क) विनम्र व्यक्ति की पहचान कैसे होती है?
(ख) नागरिकों के पुलिस के प्रति क्या कर्त्तव्य हैं?
(ग) सोच-समझ कर पैसा खर्च करने से क्या-क्या लाभ हैं?
(घ) “दूध का दूध और पानी का पानी” इस कथन का आशय ‘पंच परमेश्वर’ कहानी के आधार पर स्पष्ट कीजिए।
(ङ) सफलता अर्जित करने के लिए भावनात्मक स्वास्थ्य अच्छा होना क्यों आवश्यक है।
(च) कवि रहीम के अनुसार सच्चा मित्र कौन है?
उत्तर-
(क) विनम्र व्यक्ति की पहचान आगंतुक को प्रसन्नता स्वागत करने, यथोचित सत्कार करने में पीछे न रहने ओर अपने बड़ों द्वारा आसन ग्रहण करने आदि से होती है।
(ख) पुलिस के प्रति नागरिकों का यह कर्तव्य है कि वह सामाजिक शांति, साम्प्रदायिक सद्भाव एवं राष्ट्रीय हितों को प्रभावित करने वाली कोई भी महत्त्वपूर्ण सूचना पुलिस को दे। घायल व्यक्तियों की भी सूचना पुलिस को देना नागरिकों का कर्तव्य है।
(ग) सोच-समझ कर पैसा खर्च करने से अनेक लाभ होते हैं। इससे बड़ी पूँजी तैयार हो जाती है कि उससे छोटी ही नहीं, अपितु बहुत बड़ी आवश्यकता की पूर्ति हो जाती है।
(घ) “दूध का दूध और पानी का पानी” कथन का आशय है-सही और अपेक्षित न्याय करना। इससे अच्छा न्याय न्यायालय में भी संभव नहीं है।
(ङ) सफलता अर्जित के लिए भावनात्मक स्वस्थ्य का होना आवश्यक है। यह इसलिए कि इससे व्यक्ति पूर्ण स्वस्थ्य रहता है। वह जल्दी कोई दिशाहीन कदम नहीं उठाता। वह छोटी-छोटी बातों का मन पर बोझ रखकर अपने लक्ष्य से नहीं भटकता है। अपनी क्षमता से बाहर कोई काम नहीं करता है।
(च) कवि रहीम के अनुसार सच्चा मित्र वही है, जो विपत्ति में साथ देता है।
प्रश्न 5.
निम्नलिखित पंक्तियों का भाव स्पष्ट कीजिएअसफलता एक चुनौती है, स्वीकार करो, क्या कमी रह गयी, देखो और सुधार करो।
उत्तर-
उपर्युक्त पंक्तियों के द्वारा कवि ने जीवन में कभी न हार मानने की सीख दी है। इसके लिए उसने यह दिशा-निर्देश दिया है कि अगर हार हो भी जाती है, तो गंभीरतापूर्वक सोच-विचार करने चाहिए कि किस कमी से यह हार हुई। फिर उसका सुधार करना चाहिए। इससे निश्चय ही सफलता मिल जायेगी।
प्रश्न 6.
पाठ्य पुस्तक में पढ़ी हुई किसी एक कहानी का सारांश लिखिए।
उत्तर-
‘पंच परमेश्वर’ कहानी का सारांश जुम्मन शेख और अलगू चौधरी बचपन के पक्के दोस्त थे। उनकी मित्रता कोई आज की नहीं, बल्कि बहुत पुरानी थी। जुम्मन शेख की एक खाला थी उसके कोई वारिस नहीं था। जुम्मन ने उनकी सेवा का वायदा करके जायजाद को अपने नाम लिखा लिया। कुछ दिन तक तो खालाजान को खूब आदर-सत्कार हुआ, पर बाद में वह बात नहीं रही। रोजाना की बातों से ऊबकर एक दिन बुढ़िया ने जुम्मन से पंचायत कराने की धमकी दी। जुम्मन को अपनी हैसियत का घमण्ड था। उसने बुढ़िया की धमकी की परवाह नहीं की।
बुढ़िया ने आस-पास के गाँवों में कई दिनों तक पंचायत हेतु चक्कर लगाये। अलगू चौधरी उस पंचायत में नहीं जाना चाहता था पर बुढ़िया के आग्रह पर वह भी पंचायत में गया। बुढ़िया की बात कि क्या दोस्ती के बिगाड़ के डर से ईमान की बात न कहोगे। अलग के हृदय में लग गई थी।
बुढ़िया ने “पंचों” से कहा तीन साल पहले मैंने अपनी जमीन-जायदाद अपने भांजे जुम्मन के नाम लिख दी। अब वह मुझे रोटी और कपड़े को तरसाता है। रामधन मिश्र ने जुम्मन से पंच बनाने के लिए पूछा। जुम्मन ने कहा खालाजान जिसे चाहें उसे बनायें। खाला ने अलगू चौधरी को ही सरपंच बनाने के लिए कहा।
अलगू का नाम सुनकर जुम्मन मन-ही-मन बहुत खुश हुआ। शेख जुम्मन ने अपनी सफाई देते हुए पंचों से कहा कि खाला की जायजाद से आमदनी बहुत कम है। इसलिए माहवार खर्चा नहीं दे सकता तथा खलाजान को किसी बात की तकलीफ नहीं है। मैं उन्हें माँ के समान समझता हूँ। फैसला सुनाते समय अलगू ने कहा कि जुम्मन शेख को खाला की जायदाद से इतना मुनाफा अवश्य है कि माहवार खर्च दिया जा सके।
फैसला सुनकर जुम्मन सन्नाटे में आ गया। दोस्ती दुश्मनी में बदल गई। वह अब बदला लेने की सोचने लगा। बुरे काम की बुरी सिद्धि में देर नहीं होती। जुम्मन को बदला लेने का अवसर शीर्घ ही मिल गया।
गाँव में एक समझू साहू थे। उन्होंने अलगू का एक बैल एक महीने की उधारी में खरीदा। साहू जी बैल से जरूरत से ज्यादा मेहनत लेते। एक दिन चौथी खेप में साहू जी ने दूना बोझा लादा, बैल कोड़े खाकर भी चला पर शक्ति ने जवाब दे दिया। वह गिर गया और गिरकर फिर न उठ सका। साहू जी रात भर वहीं रतजगा करते रहे। प्रातः होते-होते नींद लग ही गई। सबेरे नींद खुली तो कमरे से थैली गायब थी, कई कनस्तर तेल भी गायब थे। रोते-बिलखते साहूजी घर पहुंचे।
अलगू जब पैसों की माँग करता, साहू अपने नुकसान की बात करते। मामला बढ़ते-बढ़ते पंचायत की नौबत आ गई, इस बार पंचायत ने जुम्मन को अपना पंच बनाया अलगू का कलेजा धक-धक करने लगा।
सरपंच के आसन पर बैठते ही जुम्मन शेख भी अपनी जिम्मेदारी अनुभव करने लगे। पंचों ने दोनों पक्षों की बात सुनकर सलाह मशविरा किया। अंत में फैसला सुनाते हुए जुम्मन ने कहा कि समझू ने जिस समय बैल लिया उसे कोई बीमारी नहीं थी। अगर उसी समय दाम दिया जाता तो आज समझू उसे वापस लेने का आग्रह न करते।
अलगू ने उठकर कहा-“पंच परमेश्वर की जय” प्रत्येक मनुष्य जुम्मन के फैसले को सराह रहा था। इसे कहते हैं न्याय। यह कार्य नहीं, पंच में परमेश्वर वास करते हैं थोड़ी देर बाद दोस्त गले मिले। जुम्मन ने कहा भैया आज मुझे विश्वास हो गया, कि पंच की जुबान से खुदा बोलते हैं। दोनों रोने लगे दोनों के दिलों के मैल धुल गये।
प्रश्न 7.
(क) दी गई क्रियाओं के पूर्वकालिक क्रियारूप बनाइए और वाक्यों में प्रयोग कीजिए देख, हँस।
उत्तर-
(क) क्रिया – पूर्वकालिक वाक्य-प्रयोग क्रियारूप
‘देख – देखना उसने उसे देखकर बुलाया।
हँस – हँसना वह बातोंबात में हँस दिया।
(ख) दिए गए विग्रह पदों के सामासिक शब्द बनाइए- बैलों की गाड़ी, भाई और बहन, पाँच तत्त्वों का समूह, नीले रंग का कमल।
(ख) विग्रह-पद सामासिक शब्द
बैलों की गाड़ी – बैलगाड़ी
भाई और बहन – भाई-बहन
(ग) निम्नलिखित शब्दों के विलोम शब्द लिखिए- स्वाधीन, अमृत, साक्षत, उपस्थित।
(ग) शब्द – विलोम शब्द
स्वाधीन – पराधीन
अमृत – विष
साक्षरः, – निरक्षर
उपस्थित – अनुपस्थित
(घ) वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
प्रेमपूर्वक, धीरज, विज्ञापन, ग्राम्य जीवन।
(घ) शब्द – वाक्य-प्रयोग
प्रेमपूर्वक – हमें परस्पर प्रेमपूर्वक रहना चाहिए।
धीरज – विपत्ति में धीरज रखना चाहिए।
विज्ञापन – आज का युग विज्ञापन का युग
ग्राम्य-जीवन – ग्राम-जीवन धन्य है।
प्रश्न 8.
अपनी पाठ्य-पुस्तक में पढ़ी हुई किसी कविता की चार पंक्तियाँ लिखिए जो प्रश्न पत्र में नहीं दी गई हों।
उत्तर-
विप्लव के हो क्राति गीत,
तुम आशाओं की आशा हो
जीवन की चिरशांति तुम्हीं हो
यौवन की परिभाषा हो।
प्रश्न 9.
अपने मित्र को उसके जन्मदिन पर बधाई-पत्र लिखिए।
अथवा
शाला के प्रधान अध्यापक महोदय को तीन दिन के अवकाश हेतु प्रार्थना-पत्र लिखिए।
उत्तर-
देखें-‘पत्र-लेखन’
प्रश्न 10.
किसी एक विषय पर निबंध लिखिए
उत्तर-
हमारा राष्ट्रीय त्योहार
शाला का वार्षिक उत्सव
विज्ञान और आधुनिक जीवन
समाचार-पत्र की उपयोगिता
उत्तर-
देखें-‘निबंध-लेखन’