MP Board Class 7th Social Science Solutions Chapter 20 जलमण्डल
MP Board Class 7th Social Science Chapter 20 अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के सही विकल्प चुनकर लिखिए –
(1) संसार का सबसे बड़ा महासागर है –
(अ) अटलांटिक महासागर
(ब) प्रशान्त महासागर
(स) हिन्द महासागर
(द) आर्कटिक महासागर।
उत्तर:
(ब) प्रशान्त महासागर
(2) हमारी पृथ्वी के कितने भाग पर जल है ?
(अ) 51 प्रतिशत
(ब) 61 प्रतिशत
(स) 71 प्रतिशत
(द) 81 प्रतिशत।
उत्तर:
(2) (स) 71 प्रतिशत।
प्रश्न 2.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
(1) पृथ्वी के ……….. गोलार्द्ध में जल भाग अधिक है।
(2) संसार का सबसे बड़ा गर्त …………….।
उत्तर:
(1) दक्षिणी
(2) मैरियाना।
MP Board Class 7th Social Science Chapter 20 लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 3.
(1) संसार के प्रमुख महासागरों के नाम लिखिए।
उत्तर:
संसार के प्रमुख महासागर हैं – प्रशान्त महासागर, अटलाण्टिक महासागर, हिन्द महासागर तथा आर्कटिक महासागर।
(2) महासागरों से कोई तीन लाभ लिखिए।
उत्तर:
महासागरों से निम्नलिखित लाभ हैं –
- भूमि पर वर्षा – भूमि पर समस्त वर्षा समुद्र से उठी भाप से होती है, जो वनस्पति, जीव-जन्तु एवं मानव जीवन के लिए उपयोगी है।
- तापमान का सन्तुलन – महासागर धरातल पर तापमान का सन्तुलन बनाने में उपयोगी हैं।
- आवागमन के साधन – महासागर विभिन्न महाद्वीपों को जोड़ते हैं जो अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में सहायक हैं।
(3) जलमण्डल किसे कहते हैं ?
उत्तर:
पृथ्वी का जल से घिरा हुआ भाग जलमण्डल र कहलाता है। पृथ्वी का लगभग 71 प्रतिशत भाग जल है।
MP Board Class 7th Social Science Chapter 20 दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 4.
(1) जलचक्र का सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर:
नदियाँ, नाले, तालाब, झीलें, भूमिगत जल, बर्फीले क्षेत्र, सागर, महासागर आदि जल के प्रमुख स्रोत हैं। गर्मी में इन स्रोतों से पानी का वाष्पीकरण होता रहता है। ये जलवाष्प ठण्डी होकर बादलों के रूप में परिवर्तित हो जाती है। इन बादलों से बूंदों के रूप में वर्षा होती है। वर्षा जल का कुछ भाग भूमि में समा जाता है तथा शेष भाग नदी नालों आदि द्वारा महासागरों में पहुँच जाता है। इस प्रकार जल जलमण्डल से वायुमण्डल, वायुमण्डल से थलमण्डल और थलमण्डल से जलमण्डल में लगातार आता । जाता रहता है। जल के इस आवागमन को ‘जलचक्र’ कहते हैं –
(2) महासागरीय तली के विभिन्न रूपों का वर्णन कीजिए व नामांकित रेखाचित्र बनाइए।
उत्तर:
महासागरीय तली को बनावट के आधार पर चार भागों में बाँटा जा सकता है –
- महाद्वीपीय निमग्न तट-महाद्वीपों के चारों ओर तट के पास की भूमि, जो जल में डूबी होती है, उसे “महाद्वीपीय निमग्न तट” कहते हैं। ये मछलियों के भण्डार माने जाते हैं।
- महाद्वीपीय निमग्न ढाल-महाद्वीपीय निमग्न तट की समाप्ति के बाद महाद्वीपीय निमग्न ढाल प्रारम्भ हो जाता है। इसकी गहराई निमग्न तट से अधिक है।
- महासागरीय गहरे मैदान-महाद्वीपीय निमग्न ढाल के बाद गहरे मैदान प्रारम्भ होते हैं। ये मैदान समुद्र की तली का सबसे अधिक भाग घेरे रहते हैं। इनमें समुद्री जीव-जन्तुओं के अवशेष एवं सूक्ष्म वनस्पति के अंश पाए जाते हैं।
- महासागरीय गर्त-समुद्र की तली में कहीं-कहीं गहरे खड्डे पाए जाते हैं, जिन्हें महासागरीय गर्त कहते हैं।