MP Board Class 10th General Hindi व्याकरण अनेकार्थक या अनेकार्थी शब्द
अनेकार्थक या अनेकार्थी शब्द वे शब्द कहलाते हैं, जिनके अर्थ एक से अधिक होते हैं। जैसे – ‘कल’। ‘कल’ शब्द का अर्थ ‘शोर’ भी है, ‘मशीन’ भी है, ‘शांति’ भी है और ‘आने वाला अथवा बीता हुआ दिवस’ भी है। इस प्रकार के कई शब्द एक भाषा में रहते हैं। इनसे परिचित होना अत्यंत आवश्यक है।
नीचे कुछ शब्द दिए जा रहे हैं–
- अक्षर – नष्ट न होने वाला, स्वर – व्यंजन वर्ण, ईश्वर।
- अनन्त – न अंत होने वाला, ईश्वर।
- अम्बर – आकाश, कपड़ा, एक सुगंधित द्रव्य।
- अमर – शाश्वत, देवता।
- अर्थ – धन, व्याख्या, के लिए।
- अलि – भँवरा, सखी।
- अंक – गोद, गणना के अंक, मध्य।
- उत्तर – जवाब, बाद का, दिशा का नाम।
- कल – चैन, बीता हुआ कल, आने वाला दिन, मशीन, शोर।
- कोट – किला, पहनने का एक वस्त्र।
- ग्रहण – लेना, चाँद – सूर्य का ग्रहण।
- गुण – विशेषता, रस्सी। गुरु – शिक्षक, बड़ा (महत्त्वपूर्ण)।
- जड़ – मूल, मूर्ख।
- जेठ – पति का बड़ा भाई, महीना विशेष।
- खग – पक्षी, आकाश।
- नव – नया, नौ।
- नाग – साँप, हाथी।
- पतंग – सूर्य, उड़ाई जाने वाली, गुड़िया, विशेष प्रकार का कीड़ा।
- पय – दूध, पानी, अमृत।
- फल – परिणाम, सेब, केला आदि, छुरी – बाण आदि का नुकीला भाग।
- मधु – मीठा शहद, शराब।
- लाल – रंग, बेटा, मूल्यवान पत्थर।
- वर्ण – जाति, रंग, अक्षर।
- विधि – ब्रह्मा, भाग्य, पद्धति, रीति।
- हरि – विष्णु, सूर्य, इन्द्र, सिंह, सर्प।
- हार – पराजय, आभूषण – विशेष।
- श्री – शोभा, लक्ष्मी, धन – वैभव।