MP Board Class 8th Sanskrit Model Question Paper (आदर्श प्रश्नपत्रम्)
प्रश्न 1.
(अ) समुचित चित्वां लिखत (उचित शब्द चुनकर लिखिए)
(क) कार्यक्षेत्रे (कार्य के क्षेत्र में-)
(अ) तरणीयम्
(ब) त्वरणीयम्
(स) वदनीयम्
(द) स्मरणीयम्।
उत्तर:
(ब) त्वरणीयम्। (शीघ्रता करनी चाहिए।)
(ख) गुरुत्वाकर्षणस्य सिद्धान्तः प्रतिपादितः (गुरुत्वाकर्षण के सिद्धान्त का प्रतिपादन किया-)
(अ) आदित्यदासेन
(ब) आर्यभट्टेन
(स) वराहमिहिरेण
(द) मोहनदासेन
उत्तर:
(स) वराहमिहिरेण। (वराहमिहिरेण)
(ग) वसन्तपञ्चमी पर्व भवति (वसन्त पंचमी का पर्व होता है-)
(अ) फाल्गुनमासे
(ब) माघमासे
(स) चैत्रमासे
(द) कार्तिकमासे।
उत्तर:
(ब) माघमासे। (माघ के महीने में।)
(घ) अहिल्याबाई इत्यस्याः पत्युः नाम आसीत् (अहिल्याबाई इनके पति का नाम था-)
(अ) दामोदररावः
(ब) खण्डेराव:
(स) कृष्णरावः
(द) श्यामरावः
उत्तर:
(ब) खण्डेरावः। (खण्डेराव।)
(ङ) सर्वः पश्यतु (सब देखें-)
(अ) दूरदर्शनम्
(ब) कार्याणि
(स) अभद्राणि
(द) भद्राणि।
उत्तर:
(द) भद्राणि। (सुखों को।)
(ब) प्रदत्तैः शब्दैः रिक्तस्थानानि पूरयत (दिये गये शब्दों से रिक्त स्थानों की पूर्ति करो-)
(प्रकृतिहिताय, रामकृष्णपरमहंसः, मेकलसुता, शीलं, एकादशवर्षाणि)
(क) नर्मदायाः अपरं नाम ………… अस्ति।
(ख) ………… सर्वत्र वै धनम्।
(ग) प्रवर्ततां ……….. पार्थिवः।
(घ) चित्रकूटे रामचन्द्रः ………… यावत् निवासं कृतवान्।
(ङ) स्वामिविवेकानन्दस्य गुरुः ……….. आसीत्।
उत्तर:
(क) मेकलसुता
(ख) शीलं
(ग) प्रकृतिहिताय
(घ) एकादशवर्षाणि
(ङ) रामकृष्णपरमहंसः।
प्रश्न 2.
अधोलिखितगद्यांशं पठित्वा प्रश्नानाम् उत्तराणि संस्कृते लिखत (नीचे लिखे गद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में लिखो-)
कस्मिश्चित् वने निम्बवृक्षे एकं चटकायुगलं प्रतिवसति स्म। समये चटकया अण्डानि दत्तानि, युगलम् अति प्रसन्नम् आसीत्। एकस्मिन् दिने आतपपीडितः एकः मदमत्तः गजः तत्र आगतः। मदेन सः तस्य वृक्षस्य तां शाखां नाशितवान् यस्यां शाखायां चटकायाः अण्डानि आसन्। अतः अण्डानि अपि नष्टानि।
(क) चटकायुगलं कस्मिन् वृक्षे प्रतिवसति स्म? (चिड़ियों का जोड़ा किस वृक्ष के नीचे रहता। था?)
उत्तर:
चटकायुगलं निम्बवृक्षे प्रतिवसति स्म। (चिड़ियों का जोड़ा नीम के वृक्ष के नीचे रहता था।)
(ख) अण्डानि कया दत्तानि? (अण्डे किसके द्वारा दिये गये?)
उत्तर:
अण्डानि चटकया दत्तानि। (अण्डे चिड़िया द्वारा दिये गये।)
(ग) एकस्मिन् दिने कः तत्र आगतः? (एक दिन कौन वहाँ आया?)
उत्तर:
एकस्मिन् दिने एकः मदमत्तः गजः तत्र आगतः। (एक दिन एक मतवाला हाथी वहाँ आया।)
(घ) मदेन गजः कां नाशितवान्? (मस्ती में हाथी ने क्या-क्या तोड़ दिया?)
उत्तर:
मदेन गजः वृक्षस्य तां शाखां नाशितवान् यस्यां शाखायां चटकायाः अण्डानि आसन्। (मस्ती में हाथी ने वृक्ष की उस डाल को तोड़ दिया जिस पर चिड़िया के अण्डे थे।)
अथवा
एकदा विक्रमादित्यः नगरभ्रमणसमये एक मरणासन्नं रूग्णं दृष्टवान। तस्य दर्शनेन मनसि वैराग्यम् उद्भूतम्। अतः मायामोहमयं संसारं ज्ञात्वा सः महामन्त्रिणि राज्यभारं समर्प्य :वनम् अगच्छत्।
(क) विक्रमादित्यः नगरभ्रमणसमे कं दृष्टवान्? (विक्रमादित्यः ने नगर में भ्रमण के समय किसको देखा?)
उत्तर:
विक्रमादित्य नगरभ्रमणसमये एकं मरणासन्नं रुग्णं दृष्टवान। (विक्रमादित्य ने नगर भ्रमण के समय एक मरणासन्न रोगी को देखा।)
(ख) विक्रमादित्यस्य मनसि किम् उद्भूतम्? (विक्रमादित्य के मन में क्या उत्पन्न हुआ?)
उत्तर:
विक्रमादित्य मनसि वैराग्यम् उद्भूतम्। (विक्रमादित्य के मन में वैराग उत्पन्न हुआ।)
(ग) सः महामन्त्रिणि किं समर्प्य वनम् अगच्छत्? (वह महामन्त्री को क्या सौंपकर वन चले गये?)
उत्तर:
सः महामन्त्रिणि राज्यभारं समर्प्य वनम् अगच्छत्। (वह महामन्त्री को राज्यभार सौंपकर वन चले गये।)
(घ) ‘अगच्छत्’ इत्यस्मिन् पदे कः धातुः? (‘अगच्छत्’ शब्द में कौन-सी धातु है?)
उत्तर:
‘अगच्छत्’ इत्यस्मिन् पदे ‘गमः’ धातुः। (‘अगच्छत्’ शब्द में ‘गम्’ (जाना) धातु हैं।)
प्रश्न 3.
अधोलिखितपद्यांश पठित्वा प्रश्नानाम् उत्तराणि संस्कृत लिखत (नीचे लिखे पद्यांश को पढ़कर प्रश्नों के उत्तर संस्कृत में लिखो)
उद्योगे नास्ति दारिद्रयं जपतो नास्ति पातकम्।
मौने च कलहो नास्ति नास्ति जागरिते भयम्।।
(क) उद्योगे किं नास्ति? (परिश्रम करने से क्या नहीं रहता है?)
उत्तर:
उद्योगे दारिद्रयं नास्ति। (परिश्रम करने से गरीबी नहीं रहती है।)
(ख) जपतो किं नास्ते? (भगवान का स्मरण करने से क्या नहीं रहता है?)
उत्तर:
जपतो पातकं नास्ति। (भगवान का स्मरण करने से पाप नहीं रहता है।)
(ग) भयं कदा नास्ति? (भय कब नहीं रहता है?)
उत्तर:
जागरिते भयं नास्ति। (जागने पर भय नहीं रहता है।)
(घ) ‘मौने’ इत्यस्मिन् पदे का विभक्तिः किं च वचनम्? (‘मौने’ शब्द में कौन-सी विभक्ति और कौन-सा वचन है?)
उत्तर:
‘मौने’ इत्यस्मिन् पदे सप्तमी विभक्ति एकं च वचनम्। (‘मौने’ शब्द में सप्तमी विभक्ति और एकवचन है।)
अथवा
माता गुरुतरा भूमैः खात्पितोच्चतरस्तथा।
मनः शीघ्रतरं वाताच्चिन्ता बहुतरी तृणात्॥
(क) भूमेः गुरुतरा का? (पृथ्वी से भारी कौन है?)
उत्तर:
भूमेः गुरुतरा माता। (पृथ्वी से भारी माता है।)
(ख) खात् उच्चतरः कः? (आकाश से ऊँचा कौन है?)
उत्तर:
खात् उच्चतरः पिता। (आकाश से ऊँचा पिता है।)
(ग) वातात् शीघ्रतरं किम्? (वायु से तेज चलने वाली कौन है?)
उत्तर:
वातात् शीघ्रतरं मनः। (वायु से तेज चलने वाला मन है।)
(घ) ‘तृणात्’ इत्यस्मिन् पदे विभक्ति वचनं च लिखत? (‘तृणात्’ शब्द में विभक्ति और वचन को लिखिए।)
उत्तर:
‘तृणात्’ इत्यस्मिन् पदे पञ्चमी विभक्ति एकं वचनं च अस्ति। (‘तृणात्’ शब्द में पंचमी विभक्ति एकवचन है।)
प्रश्न 4.
(अ) पाठ्यपुस्तकात् कण्ठस्थीकृतम् एक सुभाषितश्लोकं लिखत यः अस्मिन् प्रश्नपत्रे नास्ति। (पाठ्यपुस्तक से कण्ठस्थ किया हुआ एक सुभाषित श्लोक लिखो जो इस प्रश्न-पत्र में नहीं आया है।)
उत्तर:
अयं निजः परोयेति गणना लप्पुचेतसाम्। उर्दचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्।।
(ब) श्लोकपूर्तिं कुरुत (श्लोक पूर्ति करो-)
विना वेदं विना ………….. विना ………… कथाम्।
विना …………. भारतं न हि।।
उत्तर:
विना वेदं विना गीतां, विना रामायणी कथाम्।
विना कविं कालिदास, भारतं भारतं न हि।।
(स) पाठ्यपुस्तकात् कण्ठस्थीकृताम् एकां सूक्ति लिखत। (पाठ्यपुस्तक से कण्ठस्थ की हुई एक सूक्ति लिखो।)
उत्तर:
विद्वान् सर्वत्र पूज्यते।’
प्रश्न 5.
(अ) अधोलिखितेषु (5) पञ्चप्रश्नानाम् उत्तराणि एकपदेन संस्कृत लिखत (निम्नलिखित में से पाँच प्रश्नों के उत्तर एक शब्द में संस्कृत में लिखो-)
(क) कस्मिन् मासे गणतन्त्रदिवसः भवति? (किस महीने में गणतन्त्र दिवस होता है?)
उत्तर:
‘जनवरिमासे’। (जनवरी महीने में।)
(ख) विद्या कीदृशी भवेत? (विद्या कैसी होनी चाहिए?)
उत्तर:
अर्थकरी। (धन का संग्रह करने वाली।)
(ग) विषपानं कः कृतवान्? (विषपानं किसने किया?)
उत्तर:
वीरः हरदौलः। (वीर हरदौल ने।)
(घ) चन्द्रशेखरस्ये पितुः नाम किम्? (चन्द्रशेखर के पिता का नाम क्या था?)
उत्तर :
सीतारामतिवारी। (सीताराम तिवारी।)
(ङ) नर्मदा कस्मात् स्थानात् प्रादुर्भवति? (नर्मदा किस स्थान से निकलती है?)
उत्तर:
अमरकण्टकपर्वतात्। (अमरकण्टक पर्वत से।)
(च) अहिल्यायाः जन्मग्रामः कः? (अहिल्या का जन्म किस गाँव में हुआ?)
उत्तर:
चौण्डी। (चौण्डी)
(छ) मेघदूतस्य कविः कः? (मेघदूत के कवि कौन हैं?)
उत्तर:
कालिदासः। (कालिदास।)
(ब) अधोलिखितेषु (5) पञ्चप्रश्नानाम् उत्तराणि एकवाक्येन संस्कृते लिखत (निम्नलिखित में पाँच प्रश्नों के उत्तर एक वाक्य में संस्कृत में लिखो-)
(क) कुत्र चरणीयम्? (कहाँ चढ़ना चाहिए?)
उत्तर:
कष्टपर्वते चरणीयम्। (कष्टरूपी पर्वत पर चढ़ना चाहिए।)
(ख) गुणेषु कः करणीयः? (गुणों के उपार्जन हेतु क्या करना चाहिए?)
उत्तर:
गुणेषु यत्नः करणीयः। (गुणों के उपार्जन हेतु प्रयास करने चाहिए।)
(ग) यूनां प्रेरकः पथप्रदर्शकश्च कः? (युवाओं के प्रेरक और पथ प्रदर्शक कौन हैं?)
उत्तर:
यूनां प्रेरकः पथ-प्रदर्शकश्च स्वामी विवेकानन्द:। (युवाओं के प्रेरक और पथ प्रदर्शक स्वामी विवेकानन्द हैं।)
(घ) चित्रकूटे कः विश्वविद्यालयः अस्ति? (चित्रकूट में कौन-सा विश्वविद्यालय है?)
उत्तर:
चित्रकूटे महात्मागान्धि ग्रामोदय विश्वविद्यालयः अस्ति। (चित्रकूट में महात्मा गाँधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय है।)
(ङ) विक्रमादित्यस्य ध्येयवाक्यं किम् आसीत्? (विक्रमादित्य का ध्येय वाक्य क्या था?)
उत्तर:
विक्रमादित्यस्य ध्येयवाक्यं ‘सत्कर्म एव धर्म’ इति आसीत्। (विक्रमादित्य का ध्येय वाक्य ‘सत्कर्म ही धर्म है’ था।)
(च) काशीतलवाहिनी का? (काशी सतह में बहने वाली कौन नदी है?)
उत्तर:
काशीतलवाहिनी गङ्गा। (काशी सतह में बहने वाली गंगा है।)
(छ) पञ्चशाकानां नामानि लिखत। (पाँच सब्जियों के नाम लिखो।)
उत्तर:
पञ्चशाकानां नामानि आलुकं, पलाण्डुः, कुण्माण्ड, शिम्बां, मूलिका च इति सन्ति। (पाँच सब्जियों के नाम आलू, प्याज, कद्दू, सेम और मूली हैं।)
प्रश्न 6.
(अ) अधोलिखितेषु (2) द्वयोः शब्दरूपाणि निर्देशानुसार त्रिषु वचनेषु लिखत। (निम्नलिखित में से दो के शब्द रूप निर्देशानुसार तीनों वचनों में लिखो-)
(क) बालक-प्रथमा
(खा) मातृ -द्वितीया
(ग) राजन्-षष्ठी।
उत्तर:
(क) बालकः बालकौ बालकाः।
(ख) मातरम् मातरौ मातृः।
(ग) राज्ञः राज्ञोः राज्ञाम्।
(ब) अधोलिखितेषु (2) द्वयोः धातुरूपाणि निर्देशानुसारं त्रिषु वचनेषु लिखत (निम्नलिखित में से दो के धातु रूप निर्देशानुसार तीनों वचनों में लिखो-)
(क) वद्-लट्लकारः (वर्तमानकाल:) प्रथमपुरुषः।
उत्तर:
वदति वदतः वदन्ति।
(ख) सेव्-लुट्लकारः (भविष्यकाल:) मध्यमपुरुषः।
उत्तर:
सेविष्यसेसेविष्येथेसेविष्यध्वे।
(ग) लिख्-लङ्लकारः (भूतकालः) उत्तमपुरुषः।
उत्तर:
अलिखम् अलिखाव अलिखाम।
(स) अधोलिखितेषु (4) चत्वारि अशुद्धवाक्यानि शुद्धं कुरुत (निम्नलिखित में से चार अशुद्ध वाक्यों को शुद्ध करो)
(क) श्रीगणेशं नमः।
(ख) सः पुस्तक पठसि।
(ग) कृष्णः यानात् गच्छति।
(घ) छात्रः फलं खादामि।
(ङ) लक्ष्मणः रामस्य सह क्रीडति।
(च) गीता बालकं भोजनं ददाति
उत्तर:
(क) श्री गणेशाय नमः।
(ख) सः पुस्तकं पठति।
(ग) कृष्णः यानेन गच्छति।
(घ) छात्रः फलं खादति।
(ङ) लक्ष्मणः रामेण सह क्रीडति।
(च) गीता बालकाय भोजनं ददाति।
प्रश्न 7.
(अ) अधोलिखितेषु (3) त्रयाणां धातुं प्रत्ययं च पृथक् कुरुत (निम्नलिखित में से तीन के धातु और प्रत्यय अलग-अलग करो-)
(क) पठितुम्
(ख) गत्वा
(ग) गतः
(घ) खादितवान।
उत्तर:
(क) पठ् धातुः, तुमुन प्रत्ययः।
(ख) गम् धातुः, क्त्वा प्रत्ययः।
(ग) गम् धातुः, क्त प्रत्ययः।
(घ) खाद् धातुः, क्तवतु प्रत्ययः।
(ब) अधोलिखितेषु (2) द्वौ उपसर्गौ योजयित्वा पदनिर्माणं कुरुत (निम्नलिखित में से दो उपसर्ग जोड़कर शब्द बनाओ-)
(क) प्र
(ख) अनु
(ग) सु।
उत्तर:
(क) प्रहारः
(ख) अनुभवः
(ग) सुविचारः।
(स) अधोलिखितेषु (2) द्वयो अव्ययोः प्रयोगं कृत्वा वाक्यनिर्माणं कुरुत (निम्नलिखित में से दो अव्ययों का प्रयोग करके वाक्य। बनाओ-)
(क) अद्य
(ख) न
(ग) प्रायः।
उत्तर:
(क) अद्य वयं विद्यालयं गच्छामः।
(ख) अहम् श्वः मन्दिरं न गमिष्यामि।
(ग) प्रायः सर्वेः जनाः धनमिच्छन्ति।
प्रश्न 8.
(अ) अधोलिखितेषु (3) त्रयाणां पदानां सन्धिविच्छेदं कृत्वा सन्धिनाप लिखत (निम्नलिखित में से तीन पदों का सन्धि विच्छेद करके सन्धि का नाम लिखो-)
(क) विद्यालयः
(ख) सज्जनः
(ग) नमस्ते
(घ) महोत्सवः।
उत्तर:
(क) विद्या + आलयः (स्वर सन्धिः)
(ख) सत् + जनः (व्यञ्जन सन्धिः),
(ग) नमः + ते (विसर्ग सन्धिः),
(घ) महा + उत्सवः (स्वर सन्धि।)
(ब) अधोलिखितेषु (3) त्रयाणां पदानां समासविग्रहं कृत्वा समासनाम लिखत (निम्नलिखित में तीन पदों का समास विग्रह करके समास का नाम लिखो-)
(क) राजपुत्रः
(ख) महापुरुषः
(ग) पितरौ
(घ) चन्द्रशेखरः
उत्तर:
(क) राज्ञः पुत्रः (षष्ठी तत्पुरुषः समासः)
(ख) महान् चासौ पुरुषः (कर्मधारय समासः)
(ग) माता च पिता च (द्वन्द्व समासः)
(घ) चन्द्रःशेखरे यस्य सः (शिवः) (बहुव्रीहि समासः)
(स) अधोलिखतेषु (3) तिस्रः सङख्याः संस्कृते लिखत् (निम्नलिखित में से तीन संख्याओं को संस्कृत में लिखो-)
(क) 28
(ख) 36
(ग) 41
(घ) 46
उत्तर:
(क) अष्टाविंशतिः
(ख) षट्त्रिंशत्
(ग) एकचत्वारिंशत्
(घ) षट्चत्वारिंशत्।
प्रश्न 9.
अधोलिखितपदैः पत्रं पूरयत(निम्नलिखित शब्दों में से पत्र को पूरा करो-) (पीडितः, अवकाशं, निवेदनम्, अद्य, आगन्तुं)
सेवायाम्
श्रीमान् प्रधानाध्यापकमहोदयः
शासकीयमाध्यमिकविद्यालयाः
जाबलिपुरम्
महोदय!
विनम्र ………. अस्ति यत् अहम् ………. शीतज्वरेण ………. अस्मि। अतएव विद्यालयम् ………. न शक्नोमि। अतः एकदिवसीयम् ………. स्वीकरोतु।
भवतः आज्ञाकारी शिष्याः
दिनाङ्क : 22 फरवरीमास: 2009 ई.
अजयः
अष्टमकक्षा
उत्तर:
निवेदनम्, अद्य, पीडितः, आगन्तुं, अवकाशं।