MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Surbhi Chapter 11 अस्माकं प्रदेशः
MP Board Class 6th Sanskrit Chapter 11 अभ्यासः
प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरं लिखत (एक शब्द में उत्तर लिखो)
(क) भारतस्य मध्ये कः प्रदेशः अस्ति? (भारत के मध्य में कौन-सा प्रदेश है?)
उत्तर:
मध्यप्रदेश
(ख) मध्यप्रदेशस्य मध्यभागे का नदी प्रवहति? (मध्यप्रदेश के मध्य भाग में कौन-सी नदी बहती है?)
उत्तर:
नर्मदा नदी
(ग) नर्मदायाः उत्तरदिशि कः पर्वतः अस्ति? (नर्मदा की उत्तर दिशा में कौन-सा पर्वत है?)
उत्तर:
विन्ध्याचल माला
(घ) सतपुड़ापर्वतः नर्मदायाः कस्यां दिशि स्थितः? (सतपुड़ा पर्वत नर्मदा के किस दिशा में स्थित है?)
उत्तर:
दक्षिणदिशि (दक्षिण दिशा में)।
प्रश्न 2.
एकवाक्येन उत्तरं लिखत (एक वाक्य में उत्तर लिखो)
(क) मध्यप्रदेश: कुत्र विराजते? (मध्यप्रदेश कहाँ विराजमान है?)
उत्तर:
मध्यप्रदेश: भारत देशस्य मध्यभागे विराजते। (मध्यप्रदेश भारत देश के मध्य भाग में विराजमान है।)
(ख) अस्माकं प्रदेशस्य राजधानी का अस्ति? (हमारे प्रदेश की राजधानी कहाँ है?)
उत्तर:
अस्माकं प्रदेशस्य राजधानी भोपालनगरम् अस्ति। (हमारे प्रदेश की राजधानी भोपाल नगर है।)
(ग) मध्यप्रदेशस्य कस्मिन् मण्डले हीरकरत्नानि प्राप्यन्ते? (मध्यप्रदेश के किस मण्डल में रत्न प्राप्त होते हैं?)
उत्तर:
मध्य प्रदेशस्य पन्ना मण्डले रत्नानि मिलन्ति। (मध्य प्रदेश के पन्ना मण्डल में रत्न मिलते हैं।)
(घ) वनवासिनः कुत्र विचरन्ति? (वनवासी कहाँ विचरण करते हैं?)
उत्तर:
वनवासिनः वनेषु विचरन्ति। (वनवासी लोग वनों में विचरण करते हैं।)
(ङ) मध्यप्रदेशस्य राष्ट्रियानाम् उद्यानानां नामनि लिखत। (मध्यप्रदेश के राष्ट्रीय उद्यानों के नाम लिखो।)
उत्तर:
मध्यप्रदेश-माधवोद्यानम् कान्हाकिसली, बान्धवगढ़, इत्यादीनि राष्ट्रीयानि उद्यानानि सन्ति। (मध्यप्रदेश के-माधवोद्यान, कान्हाकिसली, बान्धव गढ़, इत्यादि राष्ट्रीय उद्यान हैं।)
प्रश्न 3.
रिक्तस्थानं पूरयत (रिक्त स्थानों को भरो)
(क) नर्मदायाः उत्तरदिशि………. पर्वतमाला अस्ति।
(ख) मध्यप्रदेशस्य ……….. अंशः वनेन आवृत्तः।
(ग) उज्जयिनी ……….. नगरी।
(घ) भोपालनगरं मध्यप्रदेशस्य ………. अस्ति।
(ङ) भीमबैटका स्थले ………. प्राचीनतमानि चित्राणि सन्ति।
उत्तर:
(क) विन्ध्य
(ख) तृतीयः
(ग) महाकालस्य
(घ) राजधानी
(ङ) शैलगुहासु।
प्रश्न 4.
उचितपदेन संयोजयत (उचित शब्दों से जोड़िए)
उत्तर:
(क) → 4
(ख) → 1
(ग) → 5
(घ) → 3
(ङ) → 2
योग्यताविस्तारः
1. सस्वरं पाठं कृत्या कण्ठस्थं कुरुत-(सस्वर पाठ करते हुए कण्ठाग्र करो)
वन्दे सदा स्वदेशं, एतादृशं स्वदेशम्।
गङ्गा पुनीतभालं, वन्दे सदा स्वदेशम्।
वन्दे ध्वजत्रिवर्णं, वन्दे स्वतन्त्रदेशम।
वन्दे सदा स्वदेशं, एतादृशं स्वदेशम्।
नोट :
पाठ में गलती नहीं होनी चाहिए।
2. मध्यप्रदेशस्य दर्शनीयस्थलानां सूची निर्माय तेषां चित्राणां संग्रहं कुरुत। (मध्यप्रदेश के दर्शनीय स्थलों की सूची बनाइए तथा उनके चित्रों का संग्रह कीजिए।)
उत्तर:
मध्यप्रदेश के दर्शनीय स्थल निम्नलिखित हैं-
- भोपाल नगरम्
- इन्दौरनगरम्
- उज्जयिनीनगरम्
- जबलपुर नगरम्
- महेश्वर
- मण्डलेश्वरम्
- ओऽमकारेश्वरम्
- नेयावरं
- मैहर नगर स्थित देवी शारदा मन्दिर
- ताजुल मस्जिद
- भीमबैटका
- खजुराहो मन्दिर
- साँची स्तूप
- राष्ट्रीय उद्यानमाधवोद्यान, कान्हा, किसली, बान्धवगढ़
- इत्यादि।
अस्माकं प्रदेशः हिन्दी अनुवाद
(शिक्षकः कक्षायां प्रविशति मानचित्रं भित्तिकायां स्थापयित्वा दर्शयति)
शिक्षकः :
भो छात्राः! किम् एतद्?
छात्रा: :
एतद् मानचित्रम्?
शिक्षकः
मोहन! मानचित्रे किं प्रदर्शितम्?
मोहन: :
मानचित्रे भारतदेशस्य रूपं प्रदर्शितम्।
शिक्षकः :
भारतदेशस्य मध्यभागे कः प्रदेशः दृश्यते?
छात्रा: :
भारतदेशस्य मध्यभागे मध्यप्रदेशः तथैव दृश्यते यथा शरीरस्य मध्यभागे हृदयं दृश्यते।
शिक्षकः :
माले! मध्यप्रदेशस्य मध्यभागे का नदी प्रवहति?
माला :
मध्यप्रदेशस्य मध्यभागे नर्मदा नदी अस्य मेखला इव प्रवहति।
शिक्षकः :
सुरेश! नर्मदायाः उत्तरदक्षिणदिशो किं दृश्यते?
सुरेशः :
नर्मदायाः उत्तरदिशि विन्ध्याचलमाला, दक्षिणदिशि सतपुड़ा पर्वतमाला च दृश्यते।
अनुवाद :
(शिक्षक कक्षा में प्रवेश करता है, मानचित्र को दीवार पर टाँगकर दिखाता है।)
शिक्षक :
हे छात्र! यह क्या है?
छात्र :
यह मानचित्र है।
शिक्षक :
मोहन! मानचित्र में क्या दिखाया गया है?
मोहन :
मानचित्र में भारत देश का रूप प्रदर्शित किया गया है।
शिक्षक :
भारत देश के मध्य भाग में कौन सा प्रदेश दिखाई पड़ता है।
छात्र :
भारत देश के मध्यभाग में मध्यप्रदेश उसी तरह दिखता है जैसे शरीर के मध्यभाग में हृदय दिखाई पड़ता है।
शिक्षक :
हे माला! मध्य प्रदेश के मध्य भाग में कौन-सी नदी बहती है?
माला :
मध्यप्रदेश के मध्य भाग में नर्मदा नदी इसकी मेखला (करधनी) की भाँति बहती है।
शिक्षक :
हे सुरेश! नर्मदा के उत्तर दक्षिण आदि दिशाओं में क्या दिखाई पड़ता है?
सुरेश :
नर्मदा की उत्तरदिशा में विन्ध्या पर्वतमाला और दक्षिण दिशा में सतपुड़ा पर्वतमाला दिखाई पड़ती है।
विवेकः :
आर्य! भोपालनगरे अपि विन्ध्याचलः सतपुड़ा च स्तः?
शिक्षकः :
सत्यम्। भोपालनगरे विन्ध्याचल: सतपुड़ा इति च द्वे प्रमुखे शासकीयभवने स्तः।
सुधा :
महोदय! मध्यप्रदेशस्य गठनं कदा अभवत्?
शिक्षक :
मध्यप्रदेशस्यः गठनम् १९५६ तमे ख्रिस्ताब्दे, नवम्बर मासस्य प्रथम दिनाङ्के अभवत्।
सुरेशः :
महोदय! अस्माकं प्रदेशे कति महानगराणि सन्ति?
शिक्षकः :
भोपालम् अस्माकं प्रदेशस्य राजधानी। इन्दौर, ग्वालियर, जबलपुर प्रभृतीनि महानगराणि सन्ति।
माला :
उज्जयिनी कथं प्रसिद्धा?
शिक्षकः :
उज्जयिनी महाकालस्य नगरी। महाकाल: द्वादशज्योतिर्लिङ्गेषु एकः अस्ति।
अनुवाद :
विवेक :
आर्य! क्या भोपाल नगर में भी विन्ध्याचल और सतपुड़ा हैं?
शिक्षक :
ठीक है। भोपालनगर में विन्ध्याचल और सतपुड़ा दो प्रमुख शासकीय भवन हैं।
सुधा :
महोदय-मध्यप्रदेश का गठन कब हुआ था?
शिक्षक :
मध्यप्रदेश का गठन सन् १९५६ ई. में, नवम्बर महीने की पहली तारीख को हुआ।
सुरेशः :
हे महोदय! हमारे प्रदेश में कितने महानगर हैं?
शिक्षक :
भोपाल हमारे प्रदेश की राजधानी है। इन्दौर, ग्वालियर, जबलपुर इत्यादि महानगर हैं।
माला :
उज्जयिनी किसलिए प्रसिद्ध है।
शिक्षक :
उज्जयिनी महाकाल की नगरी है। महाकाल बारह ज्योतिर्लिङ्गों में से एक है।
राघवः :
प्रदेशे कानि दर्शनीयानि स्थलानि सन्ति ? तेषां का विशेषता ?
शिक्षकः :
महेश्वरं, मण्डलेश्वरम्, ओंकारेश्वरं, नेमावरं इत्यादीनि नर्मदातीरे स्थितानि धार्मिकस्थलानि अपि मध्यप्रदेशे सन्ति। मैहरनगरेस्थितं देव्या:शारदायाः मन्दिरम् अपि अति प्रसिद्धम्। भोपालस्थितं “ताजुलमस्जिद” इति यवनानां धार्मिकस्थलम् अपि प्रसिद्धम्। भीमबैटका स्थले शैलगुहासु प्राचीनतमानि चित्राणि सन्ति। खजुराहो मन्दिराणि मूर्तिकलार्थं प्रसिद्धानि। साँचीस्थितः स्तूपः बौद्धानां धार्मिक स्मारकः।
अनुवाद :
राघव-प्रदेश में कौन-से दर्शनीय स्थल हैं ? उनकी क्या विशेषता है?
शिक्षक :
महेश्वर, मण्डलेश्वर, ओउम्कारेश्वर, नेमावरम् इत्यादि नर्मदा नदी के किनारे स्थित धार्मिक स्थल भी मध्य प्रदेश में हैं। मैहर नगर में स्थित देवी शारदा का मन्दिर भी अत्यन्त प्रसिद्ध है। भोपाल में स्थित ‘ताजुलमस्जिद’ नाम यवनों का (मुसलमानों का) धार्मिक स्थल भी प्रसिद्ध है। भीमबैटका’ स्थल पर पर्वत की गुफाओं में बहुत प्राचीन चित्र हैं। ‘खजुराहो’ के मन्दिर मूर्तिकला के लिए प्रसिद्ध हैं। साँची में स्थित स्तूप बौद्धों के धार्मिक स्मारक हैं।
रमण: :
मध्यप्रदेशे कानि राष्ट्रियानि उद्यानानि सन्ति?
शिक्षकः :
मध्यप्रदेशस्य तृतीयांशः वनेन आवृतः। माधवोद्यानं, कान्हाकिसली, बान्धवगढ़ः इत्यादीनि राष्ट्रियानि उद्यानानि सन्ति। वनरक्षणे वनवासिनां विशेष योगदानम् अस्ति। एते जनाः वनेष निर्भयं विचरन्ति।
सविता :
प्रदेशे कानि पर्यटनस्थलानि सन्ति?
शिक्षकः :
अस्माकं प्रदेशे सतपुड़ा पर्वतश्रेण्यां पचमढ़ी’ नामक पर्यटनस्थलम् अस्ति। तत्र जनाः स्वास्थ्य लाभार्थम् अपि गच्छन्ति।
गिरिजा :
मध्यप्रदेशे खनिजसम्पदा अपि अस्ति?
शिक्षकः :
सत्यम्। मध्यप्रदेशे पन्नामण्डलं हीरकरत्नानां खनिभूमिः। लौहः अल्यूमीनियं प्रभृति खनिजाः अपि उद्योगानाम् आधारभूताः।
राष्ट्रजीवने मध्यप्रदेशः महत्वपूर्णः, उक्तं च-
“जयतु जयतु भुवि भारतदेशे सुखदो मध्यप्रदेशः।”
अनुवाद :
रमण :
मध्यप्रदेश में कौन-से राष्ट्रीय उद्यान हैं?
शिक्षक :
मध्यप्रदेश का तीसरा भाग वन से ढका हुआ है। माधवोद्यान, कान्हा किसली, बान्धवगढ़ इत्यादि राष्ट्रीय उद्यान हैं। वनरक्षण में (वन की रक्षा करने में) वनवासियों का विशेष योगदान है। ये लोग वनों में निर्भय (निडर) होकर विचरण करते हैं।
सविता :
प्रदेश में कौन-से पर्यटन स्थल हैं?
शिक्षक :
हमारे प्रदेश में सतपुड़ा की पर्वत श्रेणी में ‘पचमढ़ी’ नामक पर्यटन स्थल है। वहाँ लोग स्वास्थ्य लाभ के लिए भी जाते हैं।
गिरिजा :
मध्य प्रदेश में खनिज सम्पत्ति भी है।
शिक्षक :
ठीक है। मध्यप्रदेश के पन्ना मण्डल में ‘हीरे’ रत्नों की खान की भूमि है। लोहा, अल्यूमीनियम में मध्य प्रदेश महत्वपूर्ण है और कहा गया है-
पृथ्वी पर उस भारत देश की जय हो, जय हो, जहाँ पर सुखदायी मध्य प्रदेश है।
अस्माकं प्रदेशः शब्दार्थाः
मेखला = करधनी। विराजते = शोभायमान है। शैलगुहासु = पर्वत की गुफाओं में। वनेचराः = वन में रहने वाले। भुवि = भूमि में। खनिभूमिः = खनिज भूमि। प्रवहति = बहती है। आवृत्तः = ढका हुआ।