MP Board Class 6th Social Science Solutions Chapter 19 गुप्तकाल एवं उत्तर गुप्तकाल
MP Board Class 6th Social Science Chapter 19 अभ्यास प्रश्न
प्रश्न 1.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर संक्षेप में दीजिए –
(अ) गुप्तवंश के प्रमुख शासकों के नाम लिखिए।
उत्तर:
चन्द्रगुप्त प्रथम, समुद्रगुप्त एवं चन्द्रगुप्त द्वितीय इस वंश के प्रमुख शासक थे।
(ब) समुद्रगुप्त ने किन-किन राज्यों को जीता ?
उत्तर:
समुद्रगुप्त महान् विजेता था। उसने भारत में राजनीतिक एकता स्थापित करने के लिए उत्तर भारत के 9 शक्तिशाली राजाओं को परास्त किया। उसके बाद विन्ध्य पर्वत क्षेत्र के 8 गणराज्यों तथा दक्षिण भारत के 12 राज्यों पर विजय प्राप्त की। सीमावर्ती राजाओं ने भी डर कर मित्रता कर ली। इस तरह उसने एक विशाल साम्राज्य की स्थापना की।
(स) गुप्तकाल में साम्राज्य को किन-किन भागों में बाँटा गया था ?
उत्तर:
गुप्तकाल में साम्राज्य को प्रान्तों, जिलों, ग्राम में बाँटा गया था। इससे शासन चलाने में सुविधा होती थी।
(द) हर्षवर्धन की विजयों का वर्णन कीजिए।
उत्तर:
हर्ष ने पंजाब,. पूर्वी राजस्थान, असम और गंगाघाटी के प्रदेशों को जीतकर अपने साम्राज्य में मिला लिया। 620 ई. में पुलकेशिन द्वितीय ने हर्ष के विजय अभियान को नर्मदा नदी के किनारे पर रोक दिया। हर्ष के साम्राज्य में मगध, उड़ीसा, पूर्वी बंगाल, गजरात, सौराष्ट्र, मालवा तथा सिन्ध प्रदेश सम्मिलित थे। हर्ष ने जिन राजाओं को हराया था वे सभी हर्ष को कर देते थे और युद्ध के समय उसकी मदद के लिए अपने सैनिक भेजते थे। इस काम के बदले में वे अपने क्षेत्र के राजा बने रहे।
(य) गुप्तकाल के प्रमुख साहित्यकारों के नाम लिखिए।
उत्तर:
कालिदास, आचार्य व्यास, गुप्तकाल के प्रसिद्ध साहित्यकार थे।
(र) चन्द्रगुप्त द्वितीय के द्वारा जीते गये राज्यों के नाम लिखिए।
उत्तर:
चन्द्रगुप्त द्वितीय ने मालवा, गुजरात, सौपारा, पंजाब की सात नदियों के पार का क्षेत्र, अरब सागर तट, बंगाल, असम हिमालय की तलहटी, दक्षिण में नर्मदा नदी के राज्यों को जीत लिया था।
प्रश्न 2.
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर विस्तार से दीजिए
(अ) गुप्तकाल को भारतीय इतिहास का ‘स्वर्ण युग’ कहा जाता है, समझाइए।
उत्तर:
गुप्तकाल में व्यापार काफी उन्नत व्यवस्था में था। विदेशी व्यापार भी होता था। प्रजा सुखी और सम्पन्न थी। इस काल में विविध प्रकार की कलाओं का भी विकास हुआ। साहित्य और विज्ञान की उन्नति हुई। इस काल में गणितज्ञों ने दशमलव पद्धति का प्रयोग किया। आर्यभट्ट ने ज्योतिष और खगोलशास्त्र में प्रमुख योगदान दिया। इन सभी कारणों से गुप्तकाल को भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग कहा जाता है।
(ब) 300 ई. से 800 ई. तक की राजनैतिक एवं सामाजिक दशा पर प्रकाश डालिए।
उत्तर:
इस काल में राजनीतिक दशा सुदृढ़ थी। विशाल साम्राज्य की शासन व्यवस्था चलाने के लिए उसे प्रान्तों, जिलों तथा गाँवों में बाँटा गया था। प्रजा सुखी और सम्पन्न थी। सम्राट न्यायप्रिय होने के कारण प्रजा ईमानदार, कानून को मानने वाली, सहिष्णु तथा प्रगतिशील थी। समाज जातियों में बँटा हुआ था। ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य, शूद्र, आदि वर्गों की स्थापना हो चुकी थी। अधिकतर जातियाँ मेलजोल के साथ रहती थीं।
प्रश्न 3.
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए
(क) चन्द्रगुप्त द्वितीय के पिता …………. थे।
(ख) ………… चीनी यात्री था।
(ग) मेघदूत के रचयिता ………. थे।
(घ) मेहरौली में ………….. स्थित है।
उत्तर:
- समुद्रगुप्त
- ह्वेनसांग
- कालिदास
- लोह स्तम्भ।
प्रश्न 4.
जोड़ी बनाइए –
उत्तर:
(अ) (v) कवि
(ब) (iii) कालिदास
(स) (ii) चित्रकला शाकुन्तलम्
(द) (i) ज्योतिषी और खगोलशास्त्री
(इ) (iv) नीतिसार
प्रश्न 5.
सही विकल्प चुनकर लिखिए –
(अ) मेघदूत के रचयिता थे –
(i) चरक
(ii) वाल्मीकि
(iii) कालिदास
(iv) वात्स्यायन।
उत्तर:
(iii) कालिदास
(ब) सूर्य के सिद्धान्त का सम्बन्ध है –
(i) साहित्य
(ii) गणित
(iii) ज्योतिष
(iv) खगोलशास्त्र।
उत्तर:
(iv) खगोलशास्त्र।
(स) चन्द्रगुप्त द्वितीय ने उपाधि धारण की –
(i) रत्न,
(ii) देवव्रत,
(iii) विक्रमादित्य।
उत्तर:
(iii) विक्रमादित्य।
(द) विषयपति, प्रशासक होता था –
(i) ग्राम का
(ii) जिले का
(iii)प्रान्त का।
उत्तर:
(ii) जिले का