MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 12 रामचरितम्

In this article, we will share MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Chapter 12 रामचरितम् Pdf, These solutions are solved subject experts from the latest edition books.

MP Board Class 6th Sanskrit Solutions Surbhi Chapter 12 रामचरितम्

MP Board Class 6th Sanskrit Chapter 12 अभ्यासः

क आदिकविः आसीत् Class 6 MP Board Chapter 12 प्रश्न 1.
एकपदेन उत्तरं लिखत (एक शब्द में उत्तर लिखो)
(क) दशरथस्य कति पुत्राः आसन्? (दशरथ के कितने पुत्र थे?)
उत्तर:
चत्वारः (चार)

(ख) चतुर्णा राजपुत्राणां विवाहः कुत्र अभवत्? (चारों राजपुत्रों का विवाह कहाँ हुआ?)
उत्तर:
मिथिलायां (मिथिला में)

(ग) सीतान्वेषणाय को वने अभ्रमताम्? (सीता की खोज करने के लिए कौन वन में घूमते रहे?)
उत्तर:
रामलक्ष्मणौ (राम और लक्ष्मण)।

Mp Board Class 6 Sanskrit Chapter 12 प्रश्न 2.
एकवाक्येन उत्तरं लिखत (एक वाक्य में उत्तर लिखो)
(क) अयोध्यानगरी कस्मिन् प्रदेशे अस्ति? (अयोध्यानगरी किस प्रदेश में है?)
उत्तर:
अयोध्यानगरी उत्तर प्रदेशे अस्ति। (अयोध्या नगरी उत्तर प्रदेश में है।)

(ख) रामलक्ष्मणौ कः स्वस्य आश्रमम् अनयत्? (राम-लक्ष्मण को कौन अपने आश्रम ले गया?)
उत्तर:
रामलक्ष्मणौ विश्वामित्रः स्वस्य आश्रमम् अनयत्। (राम-लक्ष्मण को विश्वामित्र अपने आश्रम को ले गये।)

(ग) सीतायाः विवाहः केन सह अभवत्? (सीता का विवाह किसके साथ हुआ?)
उत्तर:
सीतायाः विवाहः रामेण सह अभवत्। (सीता का विवाह राम के साथ हुआ।)

(घ) वानराः कुत्र सेतुनिर्माणम् अकुर्वन्? (वानरों ने कहाँ पुल का निर्माण किया?)
उत्तर:
वानराः सागरे सेतुनिर्माणम् अकुर्वन्। (वानरों ने समुद्र पर पुल का निर्माण किया।)

(ङ) आदिकवि कः अस्ति? (आदिकवि कौन हैं?)
उत्तर:
आदिकवि: वाल्मीकिः अस्ति। (आदि कवि वाल्मीकि हैं।)

MP Board Solution Class 6 Sanskrit प्रश्न 3.
रिक्तस्थानानि पूरयत (रिक्त स्थानों को भरो)
(क) सीतायाः विवाहः ……….. सह अभवत्।
(ख) रावणः ………. कपटेन अहरत्।
(ग) वानराः ………. सेतुनिर्माणम् अकुर्वन्।
(घ) ………….. राक्षसराजः रावणः युद्धे हतः।
(ङ) ………… रामचरितं रामायणे महाकाव्ये अवर्णयत्।
उत्तर:
(क) रामेण
(ख) सीतां
(ग) सागरे
(घ) रामेण
(ङ) आदिकवि: वाल्मीकिः।

Class 6 Sanskrit Chapter 12 MP Board प्रश्न 4.
रिक्तस्थानानि पूरयत (रिक्त स्थानों को भरो)
क आदिकविः आसीत् Class 6 MP Board Chapter 12

Class 6 Sanskrit Chapter 12 Question Answer MP Board प्रश्न 5.
रिक्तस्थानानि पूरयत (रिक्त स्थानों को भरो)
Mp Board Class 6 Sanskrit Chapter 12

Class 6 Sanskrit Chapter 12 Solution MP Board प्रश्न 6.
पाठे आगतान् लङ्लकारप्रयोगान् सूचीबद्धं कृत्वा लिखत (पाठ में आये हुए लङ् लकार के प्रयोगों को सूचीबद्ध करके लिखो)
उत्तर:
लङ् लकार के प्रयोगों की सूची-

  1. अकरोत्
  2. आसन्
  3. अनयत्
  4. अशिक्षत्
  5. अभवत्
  6. अगच्छत्
  7. अगच्छताम्
  8. अवसन्
  9. अहरत्
  10. अभ्रमताम्
  11. अपश्यत्
  12. अकुर्वन्
  13. अकरोत्
  14. हतः
  15. प्रत्यागच्छन्
  16. अभवन्
  17. अवर्णयत्।

योग्यताविस्तारः

चिह्नाङ्कितपदानां स्थाने लङ्लकारस्य प्रयोगं कृत्वा भूतकाले कथां लिखत (रेखांकित शब्दों के स्थान पर लङ्लकार का प्रयोग करके भूतकाल में कथा लिखो)-
एकः काकः अस्ति। काकः कुतश्चित् एकां रोटिका प्राप्नोति। काकं शृगालः पश्यति। रोटकां चोरयामिति उपायं चिन्तयति। सः काकस्य समीपं गच्छति। वदति च “भवान् मधुरं गायति इति श्रुतवान्, कृपया एकवारं गायतु” इति। काकः चिन्तयति “एषः दुष्टः मम रोटिकां चोरयितुं चिन्तयति इति।” सः रोटिकां पादस्य अधः स्थापयति। ‘काँव् काँ’ इति गायति। रोटिका अधःन पतति। शृगालः खिन्नः सन्ततः गच्छति। काकः रोटिका खादति प्रसन्नः भवति च।
उत्तर:
एकः काकः आसीत्। काक: कुतश्चित् एकां रोटिकां अवाप्नोत्। काकं शृगालः अपश्यत्। रोटिकाम् चोरयामिति उपायं । अचिन्तयत्। सः काकस्य समीपं अगच्छत्। वदति च ‘भवान् मधुरं गायति इति श्रुतवान्, कृपया एकवारं गायतु’, इति। काकः अचिन्तयत् “एषः दुष्टः मम रोटिकां चोरयितुं चिन्तयति इति।” रोटिकां पादस्य अधः अस्थापयत्। ‘काँ-काँव्’ इति अगयात्। रोटिका अधः न अपतत्। शृगालः खिन्नः सन् ततः अगच्छत्। काकः रोटिकां अखादत् प्रसन्नः अभवत् च।

रूपान्तर :
एक कौआ था। कौए ने कहीं से एक रोटी प्राप्त कर ली। कौए को गीदड़ ने देख लिया रोटी को चुराता हूँ-ऐसा उपाय सोचा। वह कौए के पास गया। और बोलता है-“आप मधुर गाते हो” ऐसा सुना है। कृपा करके एक बार गाओ। कौए ने सोचा! “यह दुष्ट मेरी रोटी को चुराने की सोच रहा है।” रोटी को पैर के नीचे रख लिया। “काँव-काँव इस तरह गाने लगा। रोटी नीचे नहीं गिरी। गीदड़ दुखी होकर वहाँ से चला गया। कौए ने रोटी को खा लिया और प्रसन्न हो गया।

रामचरितम् हिन्दी अनुवाद

उत्तरप्रदेशे अयोध्या नाम नगरी अस्ति। तस्यां पुरा दशरथनृपः राज्यम् अकरोत्। तस्य चत्वारः पुत्राः आसन्रामः,लक्ष्मणः, भरतः,शत्रुघ्नः च। विश्वामित्रः, रामलक्ष्मणौ स्वस्य आश्रमम् अनयत्। विश्वामित्रः तौशस्त्रविद्यांअशिक्षयत्। तदनन्तरं मिथिलायां चतुर्णाम् राजपुत्राणां विवाहः अभवत्। जनकसुतायाः सीतायाः विवाहः रामेण सह अभवत्।

दशरथस्य आज्ञया रामः राज्यं त्यक्त्वा वनम् अगच्छत्। पत्नी सीता, अनुजः लक्ष्मणः च तेन सह अगच्छतम्। ते ऋषिभिः सह वने अवसन्। तत्र राक्षसराजः रावणः सीतां कपटेन अहरत्।

अनुवाद :
उत्तर प्रदेश में अयोध्या नामक नगरी है। उसमें प्राचीनकाल में दशरथ राजा राज्य करते थे। उनके चार पुत्र थे-राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न। विश्वामित्र राम और लक्ष्मण को अपने आश्रम को ले गये। विश्वामित्र ने उन दोनों को शस्त्रविद्या सिखलायी। उसके बाद मिथिला में चारों ही राजपुत्रों का विवाह हो गया। जनक की पुत्री सीता का विवाह राम के साथ हुआ।

दशरथ की आज्ञा से राज्य को त्यागकर राम वन को चले गये। (उनकी) पत्नी सीता तथा अनुज (छोटा भाई) लक्ष्मण उनके साथ (वन को) चले गये। वे सभी ऋषियों के साथ वन में रहते थे। वहाँ राक्षसराज रावण ने कपटपूर्वक सीता का हरण कर लिया।

सीतान्वेषणाय रामलक्ष्मणौ वने अभ्रमताम्। तौ वालेः राज्यं किष्किन्धाम् अगच्छताम्। राजा सुग्रीवः तयोः मित्रम् अभवत्। वायुपुत्रः हनुमान् सागरपारं गत्वा लङ्कायां सीताम् अपश्यत्। वानराः सागरे सेतुनिर्माणम् अकुर्वन्। रामस्य वानरसेना राक्षससेनया सह युद्धम् अकरोत्। रामेण राक्षस राजः रावणः युद्धे हतः। रामः, सीता, लक्ष्मणः च अयोध्यां प्रत्यागच्छन्। तत्र रामः न्यायेन प्रजापालनम् अकरोत्। तस्य राज्ये सर्वे सुखिनः अभवत्। आदिकविः वाल्मीकिः रामचरितं रामायणे महाकाव्ये अवर्णयत्।

अनुवाद :
सीता की खोज करने के लिए राम और लक्ष्मण वन में घूमते रहे। वे दोनों राजा बाली के राज्य किष्किन्धा को गये। राजा सुग्रीव उन दोनों का मित्र हो गया। पवनपुत्र हनुमान ने समुद्र के पार जाकर लङ्का में सीता को देखा। वानरों ने समुद्र पर सेतु (पुल) का निर्माण किया। राम की वानर सेना ने राक्षस सेना के साथ युद्ध किया। राम के द्वारा राक्षस राज रावण युद्ध में मार दिया गया। राम, सीता और लक्ष्मण अयोध्या लौटकर आ गये। वहाँ राम ने न्यायपूर्वक प्रजा का पालन किया। उनके राज्य में सभी सुखी रहे। आदिकवि वाल्मीकि ने राम के चरित्र को रामायण महाकाव्य में वर्णन किया।

रामचरितम् शब्दार्थाः

पुरा = प्राचीन समय में। नृपः = राजा। चत्वारः = चार स्वाश्रमम् = अपने आश्रम को। त्यक्त्वा = त्यागकर अभ्रमताम् = घूमे। सीतान्वेषणाय = सीता को ढूँढ़ने के लिए। आदिकविः = पहला कवि। कपटेन = छल से। प्रत्यागच्छन् = वापस आए। सेतुनिर्माणम् = पुल का निर्माण। अवर्णयत् = वर्णन किया।